स्त्री दूध वर्धक मंत्र


 कभी कभी ऐसा होता है कि बच्चे को दुश पिलाने वाली स्त्री का दूध एक बार ही सुख जाता है | इसका परिणाम यह होता है कि उसका बच्चा भूखा रहता है | 





पेट न भरने से वह रोता-चिल्लाता है और रोज-रोज दुबला होता जाता है | बहुत से बच्चे सिवा माँ के दूध पीने के और कुछ नही पीते | ऐसी स्थिति में यदि मान का दूध सुख गया, तो पोषण की समस्या उठ खडी होती है | ऐसी स्थिति में निम्नलिखित शाबर मंत्र लाभकारी सिद्ध होता है -


ॐ दमुन्दनी शाह दुग्धं कुरु कुरु स्वाहा |


सर्वप्रथम, आरम्भ में बतायी गयी विधि से किसी शुभ महूर्त में इस मंत्र को जपकर सिद्ध कर ले | बाद में भी हर दिवाली या उसी मुहूर्त में (प्रतिवर्ष) सिद्ध करते रहे | सिद्ध किया हुआ मंत्र पढ़ते हुए उस स्त्री के ऊपर फूंक डाले या विभूति छिड़क दे, जिसका अकस्मात् दूध सुख गया हो |


दूध या मठ्ठा (एक कटोरी या गिलास भर) लेकर उसको इस मंत्र के द्वारा 21 बार फूंककर डालकर शुद्ध करे और उस स्त्री को पिला दे | तीन दिनो तक यह प्रयोग (मंत्र सिद्ध दूध पिलाने) करने से उस स्त्री का दूध उतर आएगा | स्नावती स्त्रियों के प्रति उनके बच्चो के पोषण की भावना से किया गया मंत्र-प्रयोग तुरंत लाभ दिखाता है |

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